Tuesday 12 April 2016

एक अधूरी ग़ज़ल

मेरे ये ख़्वाब उनके लिए हैं, मेरा हर ख़यालात उनके लिए है...
मेरे ये शब्द उनके लिए हैं, मेरी शायरी की सौगात उनके लिए है...
मेरी ये मोहबत उनके लिए है, मेरे दिल के सारे जज्बात उनके लिए  है..
मेरी यादो का शहर उनके लिए है, मेरी उनसे मुलाकात उनके लिए है..
मेरा जीना मरना उनके लिए है, मेरी सारी कायनात उनके लिए है..
मेरे दिल की हर धड़कन मेरी सांसो से कहती है बस यही,
कि मेरी हर बात उनके लिए है, बस उनके ही लिए है....

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