मेरी बदसूरत माँ सबसे खूबसूरत है मेरे लिए
जल गयी सूरत इसकी, रही न अब वो खूबसूरत देखकर जिसको, हर किसी ने किया किनारा है ममता मयी वो मूरत, है मेरे वो बचपन की जरूरत देखे मेरी नज़र से कोई, वो खुदा मेरा सबसे प्यारा है सूरत का मोल करते हैं वो, सीरत की न जिनको खबर है ये माँ ही होती है जो, आँचल में जग को देती सहारा है..!!
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